जौनपुर जिले के खेतासराय थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले कलापुर, बिसवां, अर्जनपुर और टिकरी खुर्द गांवों में बुधवार की रात उस समय हड़कंप मच गया जब ग्रामीणों ने आकाश में एक नहीं बल्कि लगभग पांच संदिग्ध ड्रोन कैमरों को उड़ते हुए देखा। यह घटना रात लगभग साढ़े नौ बजे से दस बजे के बीच की बताई जा रही है।
ग्रामीणों ने किया विरोध, लाठी-डंडों से किया पीछा
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि ये ड्रोन गांव के ऊपर काफी देर तक मंडराते रहे और ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वे वीडियोग्राफी या निगरानी कर रहे हों। जैसे ही लोगों की नजर इन पर पड़ी, अफरातफरी मच गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण घरों से बाहर निकल आए और लाठी-डंडा लेकर ड्रोन का पीछा करने लगे।
बिसवां गांव के निवासी रईस अहमद ने बताया, “हमने पहले समझा कोई त्योहार की तैयारी होगी, लेकिन जब देखा कि ये कैमरे जैसे उपकरण लेकर उड़ रहे हैं, तो शक हुआ। इतने रात को गांव में ये कौन उड़ा रहा है?”
सुरक्षा को लेकर उठे सवाल
इस घटना के बाद गांवों में भय और आशंका का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों को डर है कि यह कोई अवैध गतिविधि या जासूसी का प्रयास हो सकता है। चूंकि ड्रोन से ऊपर से स्पष्ट रूप से इलाके का नक्शा और गतिविधियां देखी जा सकती हैं, इसलिए इस तरह की हरकतों को गंभीर सुरक्षा चूक माना जा रहा है।
प्रशासन ने शुरू की जांच
घटना की सूचना पाकर खेतासराय पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से बातचीत कर पूरी जानकारी जुटाई। पुलिस ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि मामले की गहन जांच की जाएगी। थानाध्यक्ष खेतासराय ने बताया कि,
“ड्रोन उड़ाने के लिए निर्धारित नियम होते हैं और इसके लिए DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) से अनुमति लेना अनिवार्य है। प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि यह ड्रोन उड़ान बिना अनुमति के की गई है।”
पुलिस ने आसपास के इलाकों के CCTV फुटेज खंगालने और मोबाइल नेटवर्क डेटा की जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है ताकि ड्रोन उड़ाने वाले का पता लगाया जा सके।
ड्रोन उड़ाने पर नियम और प्रतिबंध
भारत में ड्रोन उड़ाने के लिए कई कानूनी नियम निर्धारित हैं। विशेष रूप से रात में ड्रोन उड़ाने पर सख्त प्रतिबंध है जब तक कि उसके लिए विशेष अनुमति न ली गई हो। इसके अलावा रेड ज़ोन, संवेदनशील इलाके या भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ड्रोन उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है।
ग्रामीणों से अपील
प्रशासन ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें, लेकिन किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें। ड्रोन को गिराने या पकड़ने की कोशिश करने से बचें क्योंकि उसमें कैमरे, बैटरी और अन्य उपकरण होते हैं जो विस्फोट या आग का कारण भी बन सकते हैं।