बरेली के जोगी नवादा में कांवड़ यात्रा के दौरान लाठीचार्ज कराने के बाद पुलिस प्रशासन बैकफुट पर आ गया। रविवार रात तक कांवड़ियों की भीड़ पर रिपोर्ट कराने का दावा किया जा रहा था। सोमवार सुबह अफसर इससे पलट गए। बताया जा रहा है कि गलती समझ में आने के बाद अफसरों का रवैया बदला है। इधर, सोमवार को जनप्रतिनिधियों ने भी सर्किट हाउस में अफसरों के साथ समन्वय बैठक की। इसमें महिलाओं पर लाठीचार्ज पर सवाल उठाए। इसके बाद कांवड़ियों पर कार्रवाई न करने का निर्णय लिया गया।
इस प्रकरण में वन मंत्री से लेकर मेयर तक ने एडीजी से मिलकर लाठीचार्ज मामले में पुलिस की भूमिका पर नाराजगी जताई। उसके बाद सर्किट हाउस में नए एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान से शिष्टाचार बैठक के दौरान यही मुद्दा छाया रहा। कैंट विधायक संजीव अग्रवाल ने कहा कि योगी सरकार कांवड़ियों पर फूल बरसा रही है। आपकी पुलिस ने लाठीचार्ज क्यों करवा दिया ?