विश्व हिंदू परिषद, मातृ शक्ति दुर्गा वाहिनी और बजरंग दल द्वारा सोमवार को निकाली गई ब्रजमंडल 84 कोस शोभा यात्रा के दौरान पथराव और फायरिंग से दो होम गार्ड जवानों की मौत हो गई जबकि कई पुलिसकर्मी और तकरीबन 24 लोग जख्मी हो गए। यात्रा में शामिल लोगों के साथ ही पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया गया।
इस बीच दंगाइयों ने आगजनी कर दी। कई वाहनों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। सांप्रदायिक तनाव के बाद पूरे जिले में धारा-144 लगाकर इंटरनेट सेवा को बुधवार तक बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही जिले की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं।
लोगों ने घरों की खिड़कियां तक कीं बंद
सोमवार को दोपहर में नूंह में भड़की हिंसा के बाद पांच घंटे तक शहर में उपद्रवियों का तांडव रहा। इस दौरान मंजर इतना खौफनाक था कि शहर के लोगों ने बाजार और अपने घर के दरवाजे बंद कर लिए। इस दौरान घरों में फंसे लोग बार-बार पुलिस प्रशासन से संपर्क करने की कोशिश में जुटे रहे लेकिन कोई संपर्क नहीं हो पा रहा था।
सीमित संख्या में पुलिस कर्मी हजारों उपद्रवियों को काबू करने में नाकाम रहे। इस बीच शहर के कुछ लोगों ने उच्चाधिकारियों से किसी तरह संपर्क किया। करीब तीन बजे के आसपास आला पुलिस अधिकारियों का संपर्क शहर के लोगों से हुआ। इसके दो घंटे बाद आसपास के जिलों से पुलिस फोर्स का पहुंचना शुरू हुआ, तब तक उपद्रवी शहर में काफी दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर चुके थे।