उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक शुक्रवार को एकदिवसीय दौरे पर जौनपुर पहुंचे। उनका हेलीकॉप्टर पुलिस लाइन हेलीपैड पर उतरा, जहां जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। दौरे का मुख्य उद्देश्य जिले में चल रही विकास परियोजनाओं की प्रगति का निरीक्षण करना था।
ट्रांजिस्ट हॉस्टल के निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण
सबसे पहले उप मुख्यमंत्री ट्रांजिस्ट हॉस्टल के दो ब्लॉकों में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल खड़े किए। उन्होंने टाइल्स की फिटिंग में पाई गई गड़बड़ियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा:
"टाइल्स के बीच गैप साफ नजर आ रहा है। इससे साफ प्रतीत होता है कि निर्माण कार्य में लापरवाही बरती जा रही है।"
उन्होंने टाइल्स की गुणवत्ता पर भी प्रश्न उठाया और संबंधित अधिकारियों से टाइल्स की कंपनी और उनकी कीमत की जानकारी ली। बृजेश पाठक ने कहा कि:
"पैसे बचाने के चक्कर में कम कीमत की टाइल्स लगाई गई हैं। यदि यही हाल रहा तो आगे चलकर ये टाइल्स काले पड़ जाएंगे और सौंदर्य भी खराब होगा।"
बिजली के काम की गुणवत्ता पर भी सख्त रुख
बिजली के कार्यों का निरीक्षण करते समय उप मुख्यमंत्री ने आईएसआई मार्का सामग्री के उपयोग को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने मौके पर उपस्थित अधिकारियों से पूछा कि क्या कार्य में प्रमाणित (ISI मार्का) उपकरणों का ही उपयोग किया जा रहा है।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि:
"संबंधित एक्सपर्ट द्वारा पूरे इलेक्ट्रिकल कार्य की तकनीकी जांच कर रिपोर्ट दी जाए। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।"
पीली नदी पर लिखी पुस्तक की भेंट
निरीक्षण के पूर्व, लखनऊ से साथ आए भाजपा विधायक रमेश चंद्र मिश्रा (बदलापुर) ने हेलीकॉप्टर में ही उप मुख्यमंत्री को 'पीली नदी' पर प्रकाशित एक विशेष पुस्तक भेंट की। उप मुख्यमंत्री ने पुस्तक को स्वीकार करते हुए पीली नदी के संरक्षण और इसके ऐतिहासिक महत्व पर चर्चा की।
प्रशासन को दिए सख्त निर्देश
उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि:
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सभी निर्माण कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार ही कराए जाएं।
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समयसीमा के भीतर कार्य पूर्ण किया जाए, लेकिन गुणवत्ता से किसी प्रकार का समझौता न हो।
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यदि कहीं भी अनियमितता पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई तय मानी जाएगी।